Jangid Brahmin Samaj.Com

लेखक का चयन करें (Select writer)

तुलसीराम शर्मा, से.नि. (सेशन जज) प्रो. बी.पी. पथिक
डॉ. गुरुदत्त शर्मा पं. हरिकेशदत्त शास्त्री
डॉ. लक्ष्मी निधि श्रीमती मधु शर्मा
ब्रिगेडियर मोहन लाल (से.नि.) रोहिताश्व जांगिड
छाजूलाल जांगिड दीपचंद सुथार
डॉ. पं. लक्ष्मीनारायण सत्यार्थी मोहन शर्मा, पत्रकार
ताराचन्द जांगिड देवेन्द्रराज सुथार
देशराज आर्य मंजू भारद्वाज
डॉ. अशोक, पटना हेमाराम वी. सुथार
डॉ. दुर्गा शर्मा आर.पी. शर्मा


आत्म-निरीक्षण -- तुलसीराम शर्मा से.नि. (सेशन जज)
हमारा मन -- तुलसीराम शर्मा से.नि. (सेशन जज)
भ्रान्ति निवारण -- तुलसीराम शर्मा से.नि. (सेशन जज)
जीवन का सत्य -- तुलसीराम शर्मा से.नि. (सेशन जज)
क्यों नहीं समुझत! -- तुलसीराम शर्मा से.नि. (सेशन जज)
जीवन का महत्व -- तुलसीराम शर्मा से.नि. (सेशन जज)
जांगिड समाज की गौरव गाथा -- प्रो. बी.पी. पथिक
श्रीमद्भगवद्गीता - संजीवनी औषध -- प्रो. बी.पी. पथिक
संगति का प्रभाव -- प्रो. बी.पी. पथिक
मानव जीवन के स्तम्भ : 'कर्म' एवं 'ध्यान'-- प्रो. बी.पी. पथिक
कथनी और करनी -- प्रो. बी.पी. पथिक
सुखी कौन? (राजा या रंक) -- प्रो. बी.पी. पथिक
शिक्षा के उद्देश्य -- प्रो. बी.पी. पथिक
संत-महिमा -- प्रो. बी.पी. पथिक
मनुष्य अपना 'मित्र' है और 'शत्रु' भी -- प्रो. बी.पी. पथिक
स्वामी विवेकानन्द का संदेश -- प्रो. बी.पी. पथिक
भारतीय संस्कृति -- प्रो. बी.पी. पथिक
सदा प्रसन्न एवं शान्त रहो -- प्रो. बी.पी. पथिक
द्रौपदी चीर हरण -- प्रो. बी.पी. पथिक
भ्रम और विभ्रम -- प्रो. बी.पी. पथिक
धर्म के लक्षण -- प्रो. बी.पी. पथिक
सुख-दुःख की महिमा -- प्रो. बी.पी. पथिक
जीवात्मा का स्वरूप -- प्रो. बी.पी. पथिक
चरित्र निर्माण - एक जागृत प्रश्न -- डॉ. गुरुदत्त शर्मा
प्रार्थना का स्वरूप -- डॉ. गुरुदत्त शर्मा
दीपोत्सव -- डॉ. गुरुदत्त शर्मा
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम -- डॉ. गुरुदत्त शर्मा
साधना और आहार शुद्धि -- डॉ. गुरुदत्त शर्मा
जीवन का देवासुर संग्राम -- डॉ. गुरुदत्त शर्मा
हमें विश्वकर्मा वंशज कहना ही सार्थक है! -- पं. हरिकेशदत्त शास्त्री
आयुर्वेद विज्ञान के जनक अश्विनी कुमार -- पं. हरिकेशदत्त शास्त्री
पंचपुत्रों का एक संयुक्त मंच कैसे बने? -- डॉ. लक्ष्मी निधि
दस्तकारों का विराट रूप निखरना जरूरी -- डॉ. लक्ष्मी निधि
एक अच्छे सामाजिक नेता में क्या गुण होना चाहिए -- डॉ. लक्ष्मी निधि
संकल्प करें कि हम यह काम कर सकते हैं -- डॉ. लक्ष्मी निधि
लोकतंत्र में लोकमत की भूमिका -- डॉ. लक्ष्मी निधि
विश्वकर्मा शिल्पकला विज्ञान विश्वकोष की रचना आवश्यक -- डॉ. लक्ष्मी निधि
मुंदहूँ आँख कतहुँ कोऊ नाहीं -- डॉ. लक्ष्मी निधि
नेकी कर, कुंआ में डाल -- डॉ. लक्ष्मी निधि
अजन्मी -- श्रीमती मधु शर्मा
बचपन को सुधारो -- श्रीमती मधु शर्मा
शक्ति हुई शक्तिहीन -- श्रीमती मधु शर्मा
आध्यात्म की अलख -- श्रीमती मधु शर्मा
तीर्थ क्षेत्र -- श्रीमती मधु शर्मा
समाज में महिलाओं के बढ़ते कदम -- श्रीमती मधु शर्मा
राम से श्रीराम -- श्रीमती मधु शर्मा
शिक्षा और संस्कार -- श्रीमती मधु शर्मा
भामाशाह -- श्रीमती मधु शर्मा
विजयादशमी -- श्रीमती मधु शर्मा
विश्वकर्मा समाज की राजनीति में भागीदारी -- श्रीमती मधु शर्मा
मायावी कृष्ण -- श्रीमती मधु शर्मा
विश्वविधाता -- श्रीमती मधु शर्मा
राम आएंगे -- श्रीमती मधु शर्मा
राम राज्य -- श्रीमती मधु शर्मा
महाकुंभ -- श्रीमती मधु शर्मा
जिन्दगी जीएं खुशी-खुशी -- रोहिताश्व जांगिड
संसार का आश्रय न लेकर परमात्मा का ही आश्रय लें -- रोहिताश्व जांगिड
सुख प्राप्ति का मूल मंत्र -- रोहिताश्व जांगिड
सत्कर्मों से ही मनुष्य को मिलती है प्रशंसा और सुकीर्ति -- रोहिताश्व जांगिड
दुःखी-सुखी ईश्वर नहीं, हम अपने कर्मोनुसार होते है -- रोहिताश्व जांगिड
सभी प्राणियों में भगवान विराजमान हैं -- रोहिताश्व जांगिड
सुख पुण्य का परिणाम है और दुःख पाप का -- रोहिताश्व जांगिड
संतोष में ही परम सुख है -- रोहिताश्व जांगिड
सफलता के नियम -- रोहिताश्व जांगिड
क्षमा गुणवानों का भूषण है -- रोहिताश्व जांगिड
ईश्वर की दया और प्रेम असीम है -- रोहिताश्व जांगिड
इच्छा ही बंधन इच्छा त्याग ही मुक्ति -- रोहिताश्व जांगिड
वेद : सर्वज्ञान स्त्रोत् -- ब्रिगेडियर मोहन लाल (से.नि.)
हिन्दू धर्म के मौलिक सत्य-त्याग -- ब्रिगेडियर मोहन लाल (से.नि.)
ईश्वर की आराधना -- ब्रिगेडियर मोहन लाल (से.नि.)
हिन्दू धर्म के मौलिक सत्य - कर्म -- ब्रिगेडियर मोहन लाल (से.नि.)
हिन्दू धर्म के मौलिक सत्य - पुनर्जन्म -- ब्रिगेडियर मोहन लाल (से.नि.)
साख, सम्बन्धों में बिचौलिये (मध्यस्थ) की भूमिका -- छाजूलाल जांगिड
संस्कार निर्माण में सहायक एवं बाधक तत्त्व क्या है? -- छाजूलाल जांगिड
विधुर की व्यथा -- छाजूलाल जांगिड
समाज में हत्याएँ क्यों होती हैं? -- छाजूलाल जांगिड
आज के युवकों की मानसिकता क्या है? -- छाजूलाल जांगिड
वृद्ध माता-पिता और दादा-दादी की सेवा कौन कर सकता है? -- छाजूलाल जांगिड
सत्यमेव जयते और हर्षोल्लास का प्रतीक - दीपमालिका -- छाजूलाल जांगिड
परजीवी -- छाजूलाल जांगिड
महिमा मण्डल मंत्र -- छाजूलाल जांगिड
मोबाइल कितना सहायक और कितना घातक -- छाजूलाल जांगिड
जीवन का वास्तविक आनन्द -- दीपचंद सुथार
हमें जीवन में अच्छाइयों का साथ देना चाहिए -- मोहन शर्मा, पत्रकार
हम कहाँ जा रहे हैं, अब हमें सुधर जाना चाहिए -- मोहन शर्मा, पत्रकार
मकर संक्रान्ति देवताओं का सुप्रभात होने से महापर्व है -- डॉ. पं. लक्ष्मीनारायण सत्यार्थी
हिन्दी सर्वजन प्रिय भाषा है, फिर इससे नफरत क्यों? -- डॉ. पं. लक्ष्मीनारायण सत्यार्थी
वह भी एक जमाना था -- ताराचन्द जांगिड
उत्कृष्ट कार्य के लिए इच्छा शक्ति जरूरी -- ताराचन्द जांगिड
सेवानिवृत्ति के बाद हीन भावना -- ताराचन्द जांगिड
वृद्धावस्था में कांटों भरी राह -- ताराचन्द जांगिड
ऐसे सज्जन पुरुष विरले ही -- ताराचन्द जांगिड
बोध प्रसंग -- ताराचन्द जांगिड
जमीन से जुड़े रहना -- ताराचन्द जांगिड
भक्ति और विश्वास -- ताराचन्द जांगिड
कलंकित हो रहे हैं शिक्षा के मंदिर -- देवेन्द्रराज सुथार
सावन की फीकी पड़ती चमक -- देवेन्द्रराज सुथार
सामाजिक चेतना के चितेरे कथाशिल्पी प्रेमचंद -- देवेन्द्रराज सुथार
मन के साधे सब सधे -- देवेन्द्रराज सुथार
अब न चूड़ियाँ टूटेंगी, न ही पोंछा जाएगा सिंदूर -- देवेन्द्रराज सुथार
चीन के कृत्रिम सूरज की सच्चाई -- देवेन्द्रराज सुथार
मौत की डगर पर मासूम -- देवेन्द्रराज सुथार
साझा सरोकार से थमेगा बालिका वधु का संसार -- देवेन्द्रराज सुथार
आर्थिक असमानता की चौड़ी होती खाई -- देवेन्द्रराज सुथार
अशांति के दौर में अमन की अहमियत -- देवेन्द्रराज सुथार
नाता प्रथा : संबंधों की सौदेबाजी जायज नहीं -- देवेन्द्रराज सुथार
बढ़ता मोटापा -- देवेन्द्रराज सुथार
जी सको तो जियो जूझकर, अमरता चरण चूम लेगी -- देवेन्द्रराज सुथार
शिक्षा ही सर्वोत्तम धन एवं दान है -- देशराज आर्य
चकाचौंध समाज में भी अंधविश्वास -- देशराज आर्य
ब्रह्मचर्य आश्रम की महत्ता -- देशराज आर्य
विलुप्त प्राय: विलक्षण कला -- देशराज आर्य
वीरांगना मातंगिनी -- मंजू भारद्वाज
अक्षरों से दोस्ती -- डॉ. अशोक, पटना
एक फसाना नहीं था -- डॉ. अशोक, पटना
सत्याचरण -- हेमाराम वी. सुथार
जागो! जागो!! जागो !!! -- हेमाराम वी. सुथार
रक्षण - क्यों? -- हेमाराम वी. सुथार
रिवाज - समूह लग्न -- हेमाराम वी. सुथार
भारतीय संस्कृति का प्रतीक गायत्री मंत्र -- डॉ. दुर्गा शर्मा
सूर्य को विश्व मानस का नमस्कार -- डॉ. दुर्गा शर्मा
सामाजिक बिखराव / विघटन -- आर.पी. शर्मा