स्वामी गौतमानन्द
महेन्द्रगढ़ जिले में पं. त्रिलोकीनाथ के यहां आपका जन्म हुआ। पूर्ण नाम जवाहरमल था। खड़गपुर में सर्विस करते हुये बहुत समाज सेवा की। महासभा के भिवानी अधिवेशन के लिए आपने अनुकरणीय कार्य किया था। तदनन्तर आप संन्यास धारण कर स्वामी गौतमानन्द बन गये। उच्च कोटि के महात्मा बनकर समाज सुधार के कार्य किये।