पं. भैरोंबक्ष चोयल
माता ऐसे पूत जण जो लिख दें इतिहास |
यश गाये भूमण्डल जिसका नमन करे आकाश ||
नावां (नागौर) में जन्में श्री भैरोंबक्ष चोयल जांगिड विप्र समाज के गौरव एवं नावां (नागौर) की भूमि के सपूत को राजस्थान सरकार द्वारा दिनांक 28 जनवरी, 1999 को नागौर जिलाधीश ने समाज सेवा कार्य करने तथा सार्वजनिक उपयोगार्थ निर्माण कार्य कराने के अन्तर्गत प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। हंसमुख प्रवृत्ति धार्मिक कार्यों के प्रति रूचिवान सार्वजनिक निर्माण कार्य के प्रति निरन्तर सजग रहने वाले एकल पुरुष श्री चोयल अपने साथ समाज के नाम को भी गौरवान्वित कर रहे हैं ।
नावां के इतिहास पुरूष श्री चोयल ने अपने पूज्य पिताश्री महादेव जी चोयल के नाम पर एक ट्रस्ट स्थापित कर अनेक रचनात्मक कार्यों को अंजाम दिया है जो इस प्रकार है-
सर्वप्रथम आपकी धर्मपत्नी श्रीमती गुलाब देवी चोयल ने रा.उ. माध्यमिक विद्यालय नावां में वर्ष 1996 में एक कमरा निर्मित कराया जो छात्राओं के लिए काम में आता है।
इसी विद्यालय में अपने पूज्य पिताश्री के नाम से एक हॉल 71 X 33 का निर्माण कराया है जिसके निर्माणकर्त्ता श्री भैरोंबक्ष व रामदेव चोयल हैं।
अपनी पूज्य माताजी की स्मृति में शमशान घाट में 10 स्नानघर बनवाये हैं। जिनसे सभी जनता को लाभ मिला है।
नावां शहर के मध्य एक घण्टाघर का निर्माण कराना शहर की सुन्दरता में चार चाँद लगाना इनके रूचि का परिचायक है, इसी में प्याऊ का निर्माण कराया है। यहाँ संचालित नवीन पाठशाला आदर्श विद्या मन्दिर में 1 लाख की लागत से एक हॉल का निर्माण कराया है जिसका उद्घाटन श्री जी महाराज स्लेमाबाद के का कमलों से हुआ। नावां बस स्टैण्ड पर एक हॉल तथा दो कमरों का निर्माण साथ ही लेटरीन, बाथरूम व प्याऊ बनवाने का श्रेय भी आपको है। श्री हनुमान मंदिर नावां का श्री बजरंग मन्दिर ट्रस्ट बना हुआ है। उसके आप 10 वर्ष से अध्यक्ष हैं और इस मंदिर के कार्य के प्रति कर्मठ हैं। इसी मन्दिर में एक हॉल तथा फर्श का काम श्री रामदेवजी चोयल व एक राधाकृष्ण का दीवार पर चित्र इनके माध्यम से ही बना है। गऊशाला नावां के आप अध्यक्ष हैं। पूरा काम आप देखते हैं। इनके चारे की व्यवस्था अन्य खर्च जो भी हो उसमें सहयोग के साथ आपने गऊओं को पानी की व्यवस्था के लिए स्वयं के खर्च पर 2 लाख की लागत से एक कुआं भी बनवाया है। प्राणी मात्र की सेवा के लिए तत्पर श्री चोयल ने किसी श्री क्षेत्र को अपनी सेवाओं से अछूता नहीं छोड़ा है। नावां अस्पताल में एक हॉल ऑपरेशन के पश्चात मरीजों को ठहरने हेतु बनवाया है यह भी करीब 70X33' का ही है। बिजली पंखे पानी सभी सुविधाओं से सुसज्जित है ।
नावां में हाल ही में वृहद यज्ञ का आयोजन किया जिसकी सभी प्रकार से जिम्मेदारी आप पर ही थी । आप इस समिति के अध्यक्ष भी रहे. यज्ञ की रूपरेखा सुचारू रूप से चली और खुशहाल वातावरण में सम्पन्न हुआ यज्ञ के अन्य यजमानों के साथ आपके लघु भ्राता श्री रामदेव जी चोयल मुख्य यजमान थे। इस यज्ञाहुति में भी यज्ञ की समस्त साकल्प व सामग्री घृत आदि की व्यवस्था इनके द्वारा की गई। यज्ञ यजमान स्वरूप श्री रामदेव जी ने भी 1 लाख रूपया यज्ञ के लिए वहन किया ।
सामाजिक सेवा के प्रति भी कृत संकल्प हैं । आप तीन वर्ष प्रदेश सभा राजस्थान के अध्यक्ष रहे तथा तीन वर्ष अ.भा.जा.ब्रा. महासभा के भी प्रधान रहे वहां जांगिड ब्राह्मण महासभा भवन का जीर्णोद्धार कराने का श्रेय भी आपको ही है।
इसके साथ वरिष्ठ उपाध्याय विद्यालय फतेहपुर शेखावटी के भी कई वर्ष अध्यक्ष रहे । यहाँ भी आपने करीब एक लाख की लागत से एक कमरा मय पंखे लाइट आदि के साथ निर्मित कराकर विद्यालय को समर्पित किया है। साथ ही नावां अजमेर क्षेत्र की सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं और यथा साध्य आर्थिक सहयोग करते हैं। विश्वकर्मा एज्यूकेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी विश्वकर्मा विकास ट्रस्ट जयपुर के ट्रस्टी तरूण विश्वकर्मा पत्र के संपोषक, जांगिड ब्राह्मण पत्र के संपोषक तथा अन्य कई धार्मिक संस्थाओं में योगदान आपके स्वभाव का अंग बने गये हैं।